Nvidia Company success story Journey: Nvidia कंपनी के फाउंडर जेनसन हुआंग अपनी iconic black leather जैकेट को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। उनकी कंपनी Nvidia पिछले महीने google की parent कंपनी Alphabet को पीछे छोडकर दुनिया की तीसरी सबसे valuable कंपनी बन गई है।
Table of Contents
Nvidia Company success story Journey
वर्तमान में कंपनी का market cap करीब 2.63 ट्रिलियन डॉलर (220 लाख करोड़ रुपए) है। Nvidia video game और computer lover’s के लिए लंबे समय से सबसे लोकप्रिय graphics processing unit (GPU) बनाती रही है। 1993 में बनी कंपनी का Revenue 5.10 लाख करोड़ रुपए है।लेकिन कंपनी के इस success के पीछे छिपी हैं, founder जेनसन हुआंग और उनकी team की struggle story आइये बात करते हैं.
Nvidia Company success story Journey: School में बुली किए जाते थे जेनसन
बात 1968 की है। जब जेनसन का परिवार 5 साल के जेनसन के साथ ताइवान से थाईलैंड shift हो गया। एक बेहतर भविष्य के लिए जेनसन की मां उन्हें और उनके भाई को अंग्रेजी खुद Dictionary से 10 new word याद करके सिखाने लगीं।
जेनसन की स्कूलिंग ओनिडा में ओनिडा एलीमेंट्री स्कूल से पूरी हुई। उनका बचपन मुसीबतों से भरा रहा, बाकी बच्चों से घुलने-मिलने में परेशानी होती थी और वहां उन्हें बुली भी किया जाता था। हालांकि कुछ समय बाद जब वह पोर्टलैंड shift हुए, तब हालात बेहतर हुए।
Nvidia Company success story Journey: रेस्टोरेंट में किया वेटर का काम किया
स्कूल की पढ़ाई के दौरान जेनसन Denny’s रेस्टोरेंट में बतौर वेटर काम करते थे। वे रेस्टोरेंट में प्लेट धोने, खाना बनाने और टेबल पर खाना परोसने जैसे काम कर चुके हैं, जिसके बारें में उन्होंने एक interview में बताया था कि आज भी उनके जैसा टेबल सर्व कोई नहीं कर सकता। जितने अच्छे से वह प्लेटें धो सकते हैं, उससे बेहतर कोई नहीं कर सकता है।
जेनसन का कहना है कि वेटर के रूप में काम करते हुए जो चीजें उन्हें सीखने को मिलीं, वे technology की तेज भागती दुनिया में आज भी उनके काम आ रही हैं।
Nvidia Company success story Journey: Graduation के बाद Nvidia के competitor कंपनी में करते थे, Job
High school के बाद जेनसन ने ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। 1984 में ग्रेजुएट होने के बाद उन्होंने AMD नाम की कंपनी में काम किया, जहां वह microprocessor के design पर काम करते थे। जेनसन रात में पढ़ते थे और दिन में जॉब करते थे। इस तरह से 1992 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से उन्होंने electric इंजीनियरिंग में PG की पढ़ाई की।
Interesting fact ये है कि Nvidia और AMD GPU की दुनिया में आज एक दूसरे के Competitor हैं। AMD के बाद उन्हें LSI logic कंपनी ने हायर किया, जहां उन्होंने engineering, market management सहित अलग-अलग post पर काम किया।
Nvidia Company success story Journey: ऐसे हुई Nvidia की शुरूआत
जेनसन की मुलाकात क्रिस और कर्टिस से LSI logic कंपनी में काम के दौरान हुई। बाद में तीनों ने साथ मिलकर Nvidia की शुरुआत की।
एक interview में जेनसन ने बताया था कि बात 1993 की हैं, जब Computer बहुत मंहगे होते थे, और बहुत कम कंपनी खुद Chip बनाती थी, तब ज्यादातर कंपनियां सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (सीपीयू) पर फोकस कर रही थीं, लेकिन जेनसन, क्रिस और कर्टिस, ग्राफिक्स कार्ड जैसे चैलेंजिंग काम पर फोकस कर रहे थे। फिर क्रिस और कर्टिस ने अपनी जॉब छोड़ दी।
1993 में जेनसन हुआंग, क्रिस मालाचोव्सकी और कर्टिस प्रीम ने Nvidia की नींव रखी। लेकिन खुद का ऑफिस न होने की वजह से तीनों रेस्टोरेंट डेनीज में बैठकर घंटों काम करते थे। यह वही रेस्टोरेंट था जिसमें स्कूल के दिनों में जेनसन वेटर का काम करते थे। उन्हें और उनकी टीम को पता था कि आने वाले दिनों में कम्प्यूटर की पहुंच आम लोगों तक होगी।
Nvidia Company success story Journey: बिना Computer देखे ही 3D graphics कर रहे थे design
जब market में 2D graphics थे,तो जेनसन और उनकी team 3D graphics design के बारें में सोच रहे थे। जेनसन बताते हैं कि इससे पहले उन्होंने कभी कम्प्यूटर नहीं देखा था। PC खरीदने के बाद 1993 में Nvidia की शुरुआत की।
तब Nvidia 3D graphics chip बनाने वाली इकलौती कंपनी थी। इसका ऑफिस छोटी सी जगह में चलता था जिसमें महज 20 लोग काम करते थे।
Nvidia Company success story Journey: 1995 में आया पहला chip
1994 में कंपनी ने semiconductor supplier SGS -Thomson (अब ST microelectronics) के साथ partnership कर 1995 में Nvidia ने 10 million dollar के investment के साथ अपना पहला Chip launch किया। पहली चिप हुई फेल, 2.50 लाख में से 2.49 चिप आईं वापस.
Nvidia ने पहली chip NV launch की तो वह फेल हो गई। उन्होंने एक customer को 2.50 लाख चिप भेजी थीं जिनमें से 2.49 लाख चिप वापस आ गईं। फिर दूसरी बार भी chip फेल हो गईं। उनके पास कंपनी को बंद करने का ही option था, लेकिन उन्होंने एक और कोशिश की और Riva 128 NV3 Chip सफल रही। इसके बाद जेनसन और उनकी टीम ने पीछे.
Nvidia Company success story Journey: मुड़कर नहीं देखा हैं।
2007 में फोर्ब्स ने Nvidia को company of the year का अवॉर्ड दिया। साथ ही फोर्ब्स ने जेनसन हुआंग को 24.6 million अमेरिकी डॉलर की सैलरी के साथ USA में 61वें सबसे ज्यादा वेतन पाने वाला CEO चुना। जेनसन का कहना है कि पिछले 30 सालों से कंपनी हर 5 साल में 10 गुना आगे बढ़ रही है। वर्तमान में यह केवल apple व Microsoft से ही पीछे हैं, और NVidia तीसरे No. पर हैं।
Nvidia Company success story Journey: Nvidia का सफर
- 1993 में जेनसन हुआंग, क्रिस मालाचोव्सकी और कर्टिस प्रीम ने Nvidia की नींव रखी।
- 1994 में कंपनी ने semiconductor supplier SGS -Thomson (अब ST microelectronics) के साथ partnership की।
- 1995 में Nvidia ने 10 million dollar के investment के साथ अपना पहला Chip launch किया।
- 1999 में कंपनी ने दुनिया का पहला Graphics processing unit (GPU) invest किया।
- 2000 में Nvidia Microsoft XBox के लिये GPU बनाना शुरू किया।
- 2001 में apple के personal super computer mac-4 के लिये GPU बनाया।
- 2007 में 2007 में फोर्ब्स ने Nvidia को company of the year का अवॉर्ड दिया।
- 2016 में Startup Open AI को AI से संबंधित कार्य के लिये DGx-1 super computer donet किया।
- 2024 में Nvidia दुनिया की तीसरी Valuable कंपनी बन गयी।
- वर्तमान में Nvidia की GPU market में 80% हिस्सेदारी
- कंपनी का headquarter कैलिफ़ोर्निया अमेरिका में स्थित हैं। इसे इस तरह से design किया गया है जिससे employee को एहसास दिलाया जा सके कि वे भविष्य में कदम रख रहे हैं।
- कंपनी में 25 हजार से ज्यादा employee काम करते हैं।
- वर्तमान में 20 करोड से ज्यादा gamer’s & creator Nvidia Geforce GPU का Use करते हैं।
Jay Chavda He is the Founder and Writer of businesspulsecare.com. He is an I.T Engineer, Freelancer, Businessman. He posts Business, Stock/Share Market, Finance Related News and updates on the website. 🔗