Share market crash: RBI का फैसला Share market को नहीं आया रासफैसले के बाद फिसला शेयर बाजार .. Sensex 700 , Nifty 21,800 के नीचे गिरकर हुआ बंद

      
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Share Market Crash गुरुवार 8 फरवरी को शुरुआती तेजी के बाद फिसलता ही चला गया. Market बंद होने तक BSE का 30 शेयरों वाला Sensex 700 अंक से ज्यादा फिसलकर बंद हुआ, तो वहीं NSE का Nifty 200 अंक से ज्यादा गिरकर बंद हुआ। Share Market Crash ये गिरावट भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से एमपीसी बैठक में लिए गए फैसलों का ऐलान करने के बाद देखने को मिली।बता दें कि RBI ने इस बार भी रेपो रेट (Repo Rate) में कोई बदलाव नहीं किया है।
Repo rate 6.5%पर स्थिर
RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 8 फरवरी को सुबह 10 बजे MPC Meeting में लिए गए फैसलों के बारे में बताया इस बीच उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि बैठक में शामिल छह सदस्यों में से 5 रेपो रेट में कोई भी बदलाव ना किए जाने के पक्ष में थे. यानी रेपो रेट 6.5 फीसदी पर स्थिर रखा गया है।
Repo Rate में आखिरी बाद बढ़ोतरी फरवरी 2023 में देखने को मिली थी।

share market crash
Credit : by google

Share Market Crash Sensex में 700 अंक से ज्यादा फिसला 

आरबीआई के रेपो रेट (RBI Repo Rate) को लेकर लिए गए फैसले के ऐलान से पहले शेयर बाजार ने हरे निशान पर शुरुआत की थी। BSE Sensex 209.53 अंक या 0.29 फीसदी की उछाल के साथ 72,361.53 पर open हुआ था और MPC नतीजे घोषित होने के कुछ ही मिनटों में ये 500 अंक से ज्यादा गिर गया. ये गिरावट बाजार में कारोबार खत्म होने तक जारी रही। कारोबार के अंत में Sensex 723.57 अंक या 1 % की गिरावट के साथ 71,428 के स्तर पर बंद हुआ।
Nifty भी टुटा।

Nifty 50 index1% तक टूट गया, 21,709 के निचले स्तर को छू गया और गुरुवार के सौदों के दौरान 225 अंक के करीब पहुंच गया Nifty index आज लगभग 600 अंक टूटकर 45,227 के निचले स्तर पर पहुंच गया।

What is Repo rate?

वह मूल्य है जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक (सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया नगदी की कमी की स्थिति में कमर्शियल बैंकों को पैसा उधार देता है। साथ ही, मुद्रास्फीति (inflation) को रोकने के लिए भी इसी दर का इस्तेमाल किया जाता है।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के कारण
Share bajar में गिरावट के कारण पर, Swastika investment के विशेषज्ञ ने कहा,

  • “RBI ने उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा है, लेकिन मुद्रास्फीति के बारे में स्वर अभी भी सतर्क है, और निकट अवधि में ब्याज के दरों में कटौती के कोई संकेत नहीं हैं।”
  • जबकि सरकार द्वारा बजट में राजकोषीय घाटे को 5.1% पर रखे जाने के बाद बाजार नरम रुख की उम्मीद कर रहा था।
  • बाजार ने इस पर ज्यादा प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन रुझान तेजी का है, इसलिए हम उम्मीद कर सकते हैं कि मध्यम अवधि में बैंक Nifty में तेजी आयेगी।
    साथ ही आज के Nifty 50 index outlook पर ” सुनील न्याति ने कहा, “तकनीकी रूप से, 22125 एक तत्कालिक अंक के रूप में कार्य कर रहा है; इसके ऊपर, हम 22,222 और 22350 के स्तर तक जाने की उम्मीद कर सकते हैं।

आज bank nifty के लिए outlook पर , Swastika के वि शेषज्ञ ने कहा, “Bank Nifty ने निचला 45500-44800 क्षेत्र बनाया है; हालाँकि, 46300 का 20-डीएमए एक तत्काल प्रतिरोध है; इसके ऊपर, हम 46800-47000 क्षेत्र की ओर जाने की उम्मीद कर सकते हैं।

RBI की घोषणा के बाद आगे क्या?

भारतीय शेयर बाजार की अस्थिरता देखते हुये Green Portfolio के founder दिवम शर्मा ने कहा कि अपरिवर्तित Repo rate ने बाजार में क्षणिक उत्साह का मार्ग प्रशस्त किया है,लेकिन खासकर लंबी अवधि मेंहमें ज्यादा महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं दिख रहा है। इक्विटी निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए क्योंकि बाजार अस्थिर है और यह अस्थिरता जारी रहने की उम्मीद है।
Right horizon’s Founder Anil Rago said
“बैंकिंग क्षेत्र दर चक्रों में बदलाव के प्रति सबसे संवेदनशील है और इसका एक प्रमुख कारण रहा है।” वित्त वर्ष 2023 और वित्त वर्ष 24 की पहली छ:माही में वृद्धिशील आय में बढ़ोतरी और क्रेडिट वृद्धि के मजबूत और निरंतर रहने से लाभ होगा। लंबे समय तक दर में कटौती से अंततः NIM में कमी आएगी, लेकिन हमें उम्मीद है कि दर में कटौती अंतिम तिमाही में शुरू होगी और इसलिए बैंकिंग क्षेत्र में रुझान वित्त वर्ष 24 में जारी रहने की संभावना है। ऑटो और रियल एस्टेट जैसे क्रेडिट-संवेदनशील क्षेत्रों में अधिक मांग देखी जाएगी।

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