telegram journey and success story: 11 साल का हो गया Telegram, 2024 में Telegram में 95 करोड़ से ज्यादा Active User’s…

      
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telegram journey and success story: हाल में ही सरकार ने UGC NET का पेपर रद्द कर दिया था। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने press conference में बताया था कि परीक्षा होने से पहले ही पेपर telegram पर लीक कर दिए गए थे। इससे Telegram app चर्चा का विषय बना रहा तो आइये आज जानते हैं,Telegram का सफरनामा, इस app को कब, किसने बनाया…

telegram journey and success story
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2013 में पहली बार दुनिया में Launch हुये Social media platform Telegram को दुनिया भर में 100 करोड़ से अधिक बार download किया जा चुका है। भारत, इंडोनेशिया और रूस में सबसे ज्यादा telegram install हुये हैं।

  • 2022 में रूस से जंग छिड़ने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने देश को संबोधित करने के लिए Telegram पर भरोसा किया था। ISIS जैसे आतंकवादी संगठनों के लिए भी Telegram पहली पसंद रहा है।

telegram journey and success story: 2 भाइयों ने मिलकर बनाया Telegram

रूस के रहने वाले दो भाई पावेल दुरोव और निकोलाई दुरोव ने 2013 में Telegram app की शुरूआत की थी। पहले iOS और फिर android के लिये Launch किया। पावेल दुरोव को रुस का mark Zuckerberg भी कहा जाता हैं, ये हमेशा काले कपड़ो में ही नजर आते हैं।

इसे Launch करने के पीछे उनका मुख्य उद्देश्य था, दुनिया को एक सुरक्षित और भरोसेमंद massaging app देना। हालांकि इसके लिए उन्हें अपना देश तक छोड़ना पड़ा।

telegram journey and success story: Telegram से पहले दोनों भाइयों ने एक और कंपनी बनायी थी।

telegram journey and success story
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2006 में सेंट पीटर्सबर्ग state University से निकले पावेल दुरोव ने एक social media Platform design किया। जिसका नाम VKontakte रखा गया। इसे VK नाम से भी जाना जाता है। रूसी भाषा में इसका मतलब है ‘इन-टच’।

इसे मूल रूप से University के student के लिए बनाया गया था जो कि आम जनता के बीच में भी लोकप्रिय हो गया। जिसके बाद पावेल के बड़े भाई निकोलाई दुरोव मुख्य तकनीकी अधिकारी के रूप में कंपनी से जुड़ गये थे।

telegram journey and success story: 2 साल से भी कम समय में VK Platform रुसी Cyber base के सबसे popular

network बन गये, 2010 तक VK के पास 100 मिलीयन से ज्यादा User’s हो गये थे।

  • दिसंबर 2011 में रूस में संसदीय चुनाव के रिजल्ट घोषित हुए। सुरक्षा एजेंसी का मानना था कि प्रोटेस्टर्स कोऑर्डिनेट करने के लिए VK साइट का इस्तेमाल कर रहे हैं। मौजूदा सरकार और सुरक्षा एजेंसी ने कंपनी को अपोजीशन के नेताओं के पेज हटाने को कहा, लेकिन पावेल ने ऐसा करने से मना कर दिया।

telegram journey and success story: दोनो भाइयों को इसलिये छोड़ना पड़ा रूस

इसी बीच VK को Mail.ru कंपनी पूरी तरह खरीदना चाहती थी। 2013 में एक viral video के मुताबिक , पावेल अपनी मर्सिडीज से एक पुलिस अधिकारी के पैर को कुचल कर घटनास्थल से भाग गए। हालांकि पावेल ने सफाई देते हुए कहा कि गाड़ी वह नहीं चला रहे थे।

जिसके कुछ ही समय बाद बाद पुलिस ने पावेल के घर और VK के ऑफिस पर छापा मारा। कुछ दिनों बाद United Capital partners ने VK की 48% equity Share खरीद ली। जनवरी 2014 में पावेल ने अपना बचा हुआ 12% शेयर Mail.ru को दिया और CEO के post से इस्तीफे के बाद रूस छोड़ दिया।

रूस छोड़ने के बाद उन्होंने suger industry diversity certification foundation को $250,000 का दान देकर सेंट किट्स और नेविस की नागरिकता ली। इसी के साथ स्विस बैंकों में $300 मिलियन नकद जमा किए।

telegram journey and success story: जासूसी से बचने के लिये बनाया Telegram app

VK कंपनी में चल रहे विवाद के दौरान ही पावेल ने Telegram तैयार कर लिया था। इसकी शुरुआत एक encrypted masseging system के रूप में हुई थी। इसकी स्थापना इसलिए की गई थी ताकि रूसी सुरक्षा एजेंसी की जासूसी के बिना वे आपस में बात कर सकें।

  • Telegram 14 अगस्त 2013 को iOS और 20 अक्टूबर 2013 को android के लिए launch कर गया।
  • इसके लिए fund और infrastructure पावेल ने दिया था। पिछली कंपनी के शेयर बेचने पर जो पैसे मिले थे, सब कुछ telegram में लगा दिया। उनके भाई निकोलाई ने coding पर ध्यान दिया।
  • October 2013 तक app पर 1 लाख daily active user’s हो गए।
  • मार्च 2014 तक Telegram पर 3.5 करोड़ month’s और 1.5 करोड़ daily active User’s हो गए।
  • 2016 तक app पर हर दिन 1500 करोड़ massege का flow होने लगा।
  • Media reports के मुताबिक, रूस से निकलने के बाद शुरुआती कुछ साल में पावेल ने अपने 15 employee के साथ कई देशों में सफर किया।
  • जिसके बाद 2017 में दुबई में अपना headquarter स्थापित किया।
  • LinkedIn पर telegram के official page के मुताबिक कंपनी में आज भी 50 से कम employee है।
  • वर्तमान में Telegram पर 95 करोड़ monthly active user’s हैं।
  • 2022 तक 2करोड़ daily active User’s थे।
  • वर्तमान में भारत में 10करोड़ से ज्यादा Telegram User’s हैं।
  • Telegram 175 से ज्यादा देशों में मौजूद हैं।
  • 40 लाख User’s telegram premium का इस्तेमाल कर रहे हैं।

telegram journey and success story: कभी रहा आतंकवादीयों का पसंदीदा app

telegram journey and success story
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Media report के अनुसार, 2015 के पेरिस हमलों के लिए ISIS के सदस्यों ने प्रचार-प्रसार के लिए Telegram का उपयोग किया था। इस पर पूछे गए सवाल के जवाब में पावेल ने कहा था कि ‘मुझे लगता है कि गोपनीयता का अधिकार, आतंकवाद जैसी बुरी घटनाओं के प्रति हमारे भय से अधिक महत्वपूर्ण है।’

  • October 2015 तक ISIS के channel पर 9 हजार तक follower’s हो गए थे।जिसके बाद नवंबर 2015 में Telegram ने ISIS के प्रचार प्रसार के लिए उपयोग किये जाने वाले 78 सार्वजनिक चैनलों को block कर दिया था।
telegram journey and success story: Telegram & WhatsApp के बीच War

जनवरी 2021 में WhatsApp ने privacy policy में बड़ा बदलाव करते हुए User’s से data को अपनी parent कंपनी facebook के साथ शेयर करने की permission मांगी। जिसके बाद privacy को लेकर बहस छिड़ गई। जिसका फायदा टेलीग्राम को मिला।

अगस्त 2021 तक Telegram के दुनियाभर में 100 करोड़ download हो गए। जून 2022 में telegram ने 70 करोड़ monthly User’s के आंकड़े को पार किया।

telegram journey and success story: Profit नहीं होने के बावजूद service जारी

कंपनी के Launching के लगभग 7 साल बाद यानी 2020 तक कंपनी कुछ भी प्रॉफिट नहीं बना पा रही थी। इसके बावजूद कंपनी ने अपनी service में कमी नहीं आने दी। कंपनी ने 2022 में premium subscription service की शुरुआत की।जिसमें एक माह के अंदर 1 लाख से ज्यादा लोगों ने premium subscription ले लिया। इसके बाद से कंपनी के Revenue में तेजी आई।

कंपनी के founder पावेल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि अगले साल तक Telegram profitable हो जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ कंपनियां Telegramको खरीदने के लिए 25 हजार करोड़ रुपए तक का valuation लगाया था, लेकिन उन्होंने कंपनी बेचने से इनकार कर दिया। कंपनी का मौजूदा Revenue लगभग 600 करोड़ रुपए है।

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