adani group green hydrogen plant in india: Adani group भुटान में 570 मेगावाट वाले best Green hydro plant लगाने की योजना बना रहा…

      
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adani group green hydrogen plant in india: अडानी group अपने business का विस्तार करते हुये अब भुटान में कदम रखने वाली हैं। अडानी Group अब भूटान में 570 मेगावाट का Green hydro plant लगाने की योजना बना रहा हैं।

इस संबंध में अडाणी ग्रुप के chairman गौतम अडाणी ने 16 जून को थिम्पू में भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे से मुलाकात करने की बात सामने आयी हैं। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने भूटान में 570 मेगावाट के Green hydro plant के निर्माण संबंधी समझौते पर हस्ताक्षर की घोषणा की हैं।

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adani group green hydrogen plant in india: गौतम अडानी ने Social media में दी जानकारी

adani green hydrogen news: गौतम अडानी ने 16 जून को social media platform X पर एक post शेयर करते हुये लिखा हैं, भूटान के माननीय प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे के साथ मुलाकात बहुत ही रोमांचक रही। चुखा प्रांत में 570 मेगावाट के Green hydro plant के लिए drunk green power corporation limited (डीजीपीसी) के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किया गया हैं।

उन्होंने आगे लिखा कि यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि भूटान के प्रधानमंत्री महामहिम राजा के दृष्टिकोण को आगे बढ़ा रहे हैं और पूरे राज्य में व्यापक बुनियादी ढांचे की पहल कर रहे हैं। भूटान में हाइड्रो और अन्य बुनियादी ढांचे पर मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।

adani group green hydrogen plant in india: अडानी ने भुटान नरेश से भी मुलाकात की

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adani group green hydrogen plant in india location: भूटान नरेश से भी की मुलाकात इस दौरान गौतम अडाणी ने भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से भी मुलाकात की। उन्होंने सोशल मीडिया साइट X पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि भूटान के महामहिम राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से मिलकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ।

भूटान के लिए उनके दृष्टिकोण और गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी जो कि एक महत्वाकांक्षी eco friendly master plan से प्रेरित है,और जिसमें बड़े computer & data center की उपलब्धता शामिल हैं। कार्बन नेगेटिव नेशन के लिए इन पहलों और ग्रीन एनर्जी मैनेजमेंट पर सहयोग करने के लिए उत्साहित हूं।

अडानी Group पर्यावरण की सुरक्षा हेतु दुनिया भर में जागरूकता फैलाने के साथ -साथ ऊर्जा के नये नवीनीकरणीय स्त्रोत पर काम करता हैं। Green hydro plant इसी में से एक हैं।

adani group green hydrogen plant in india: श्रीलंका में भी Green energy पर काम कर रहा अडाणी समूह

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adani green hydrogen production: बता दें कि हाल में ही श्रीलंका सरकार ने गौतम अडाणी की Renewable Green energy की कंपनी अडाणी Green energy के साथ देश में wind power station विकसित करने की मंजूरी दी है। श्रीलंका के मन्नार और पूनरीन में अडाणी Green energy power station अर्थात पवन ऊर्जा स्टेशन बनाएगी।

इसके लिये भारत और श्रीलंका दोनों पक्षों ने 20 साल के power purchase agreementपर sign. किया है। श्रीलंका की सरकार ने कहा है कि इस agreement के अनुसार कंपनी को 8.26 सेंट प्रति किलोवाट-घंटे (kWH) का भुगतान किया जाएगा।

adani group green hydrogen plant in india: बता दें कि नवीनतम समझौता ज्ञापन से समूह की अक्षय ऊर्जा शाखा अडानी ग्रीन एनर्जी को लाभ हो सकता है। मार्च के अंत तक, कंपनी के पास 47 गीगावाट की स्थापित जल विद्युत क्षमता थी, जिसे दशक के अंत तक बढ़ाकर 59 गीगावाट करने का लक्ष्य है।

गौतम अडानी के अनुसार, भुटान  में जल विद्युत और अन्य बुनियादी ढांचे पर  भारत के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं, जो भारत के नजरिए से एक रणनीतिक कदम भी हो सकता हैं। उन्होंने आगे इस विषय में बात करते हुये कहा कि,वो पर्यावरण के सुरक्षा हेतु परिवर्तनकारी पहलों पर सहयोग करने के लिए उत्साहित हैं और वह भूटान की हरित ऊर्जा प्रबंधन पहल का भी हिस्सा होंगे।

What is Green hydrogen plant?

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पानी को हाइड्रोजन और ऑक्सीजन में विभाजित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले इलेक्ट्रोलाइज़र, यदि नवीकरणीय ऊर्जा द्वारा संचालित होते हैं, तो बिना किसी ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकते हैं। इस तरह से उत्पन्न हाइड्रोजन को अक्सर ग्रीन हाइड्रोजन कहा जाता है।

ग्रीन हाइड्रोजन को पुल के रूप में इस्तेमाल करके, ग्रीन बिजली को परिवहन ईंधन में या औद्योगिक प्रक्रियाओं में फीडस्टॉक के रूप में परिवर्तित किया जा सकता है, जहाँ वर्तमान में कोई जलवायु-तटस्थ विकल्प मौजूद नहीं है। ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया जैसे ईंधन हमें कंटेनर जहाज के ईंधन टैंक में पवन ऊर्जा डालने की अनुमति देंगे। इस तरह, हाइड्रोजन अक्षय ऊर्जा स्रोतों की डीकार्बोनाइजेशन क्षमता को काफी हद तक बढ़ा सकता है।

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