SEBI के खिलाफ कानूनी कदम उठायेंगे Anil Ambani Legal advice 2024

      
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Anil Ambani Legal advice 2024: हाल में ही share market regulatory SEBI द्वारा अनिल अंंबानी को 5 साल के ban लग जाने के बाद अनिल अंबानी अब legal review का विकल्प तलाश रहें हैं। ऐसा एक प्रवक्ता ने बयान में बताया…, अपनी बात आगे बढ़ाते हुये प्रवक्ता ने कहा कि – अनिल अंबानी reliance home finance के मामले में 11 फरवरी 2022 को SEBI के आदेशानुसार, reliance infrastructure & power के Board of director के पद से इस्तीफा दे दिया था।

Anil Ambani Legal advice 2024
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साथ ही अनिल अंबानी वर्तमान में भी SEBI के अंतरिम आदेश का पालन कर रहे हैं। और अनिल अंबानी SEBI द्वारा 22 अगस्त को पारित अंतिम आदेश की समीक्षा कर रहे हैं। और कानूनी सलाह के बाद उचित निर्णय लेंगे।

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गौरतलब हैं कि, 22 अगस्त को SEBI ने fund के हेराफेरी के सिलसिले में अनिल अंबानी को शेयर बाजार, Date, Derivative से 5 वर्ष के लिये रोक लगाने के साथ -साथ 25 करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया हैं। और किसी भी listed Company के director रहने पर भी पाबंदी लगा दी हैं।

  • SEBI के कार्यवाही के अंतर्गत ने Reliance home finance (RHFL) के पूर्व प्रमुख अधिकारियों समेत 24 अन्य लोगों को भी शेयर बाजार से बैन कर दिया है। इन पर अलग-अलग जुर्माना लगाया गया है। वहीं Reliance home finance कंपनी को 6 महीने के लिए बैन किया है और 6 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।
  • SEBI की ओर से जारी 222 पेज के final order के अनुसार, जांच में पता चला कि RHFL के अधिकारियों की सहायता से अनिल अंबानी ने पैसों की हेराफेरी की। उन्होंने फंड का खुद इस्तेमाल किया, लेकिन दिखाया की ये फंड lone के तौर पर दिया गया है।
  • Board of directors ने इस तरह के loan को बंद करने और corporate loans की नियमित समीक्षा के निर्देश दिए थे, लेकिन कंपनी के प्रबंधन ने इन आदेशों को नजरअंदाज किया।
  • SEBI ने कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए, RHFL को धोखाधड़ी में शामिल व्यक्तियों के बराबर जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। वहीं अन्य लोगों ने fund Diversion में मदद की।
  • अनिल अंंबानी पर 25 करोड़ रुपए, अमित बापना पर 27 करोड़ रुपए, रवींद्र सुधालकर पर 26 करोड़ रुपए, और पिंकेश आर शाह पर 21 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
  • Reliance unicorn enterprises, Reliance exchange next, सहित अन्य कंपनियों पर fund की हेराफेरी में शामिल होने के कारण 25-25 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

SEBI के इस कार्यवाही के बाद अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस इंफ्रा, रिलायंस होम फाइनेंस और रिलायंस पावर में गिरावट है। रिलायंस इंफ्रा सबसे ज्यादा करीब 14%, रिलायंस होम फाइनेंस 5.12% और रिलायंस पावर 5.01% गिर गया है।

  • मुकेश अंबानी 1981 और अनिल अंबानी 1983 में reliance से जुड़े थे। जुलाई 2002 में धीरूभाई अंबानी का निधन हो गया। वो वसीयत लिख कर नहीं गए थे। मुकेश अंबानी Reliance group के chairman और अनिल अंबानी MD बने।
  • नवंबर 2004 में पहली बार दोनों भाई मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी का झगड़ा सामने आया था। परिवार में चल रहे इस विवाद से धीरूभाई अंबानी की पत्नी कोकिलाबेन परेशान थीं, जिसके बाद बिजनेस का बंटवारा किया गया था।
  • ये बंटवारा जून 2005 में हुआ था, लेकिन किस भाई को कौन सी कंपनी मिलेगी इसका फैसला 2006 तक चला। इस बंटवारे में ICICI बैंक के तत्कालीन Chairman V.K कामत को भी हस्‍तक्षेप करना पड़ा था।
  • बंटवारे के बाद मुकेश अंबानी के हिस्से में petrochemical’s के कारोबार, reliance industries, indian petrol chemical crop limited, Reliance Petroleum, Reliance industrial infrastructure limited जैसी कंपनियां आईं।
  • छोटे भाई अनिल के पास RCom, reliance capital, reliance energy, reliance natural resources जैसी कंपनियां थीं।समय के साथ मुकेश की leadership वाली कंपनियां लगातार grow कर रही हैं, जबकि अनिल के हिस्से आई कंपनियों की हालत खराब होती गई।

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