Bengaluru mysuru semiconductor hub in india: आयोग के EX CEO और भारत के G-20 के प्रमुख शेरपा अमिताभ कांत ने अपनी बात रखते हुये कहा कि कर्नाटक का बेंगलुरु-मैसूरु क्षेत्र भारत में semiconductor Design और manufacturing के लिए “सर्वश्रेष्ठ” पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करता है। साथ ही यह भौगोलिक क्षेत्र बिजली और खनिजों की निरंतर आपूर्ति प्रदान करता है, जो इसे semiconductor manufacturing plant की स्थापना के लिए सबसे व्यवहार्य विकल्प बनाता है। जिसके कारण यह क्षेत्र भारत का semiconductor hub बनने की क्षमता रखता हैं।
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Bengaluru mysuru semiconductor hub in india: भारत में इससें बेहतर जगह नहीं
अमिताभ कांत ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुये कहा कि भारत में, कर्नाटक के बेंगलुरु-मैसूर क्षेत्र की तुलना में semiconductor manufacturing unit के लिए बेहतर स्थान और कोई नहीं है। इसके लिए, आपको खनिजों, पानी और बिजली की निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता होती है और इस क्षेत्र में यह सब मौजूद है… नतीजतन, यह क्षेत्र नवनिर्माण को बढ़ावा देने और दुनिया के लिए design केंद्र के रूप में उभरने के लिए संभावित रूप से सबसे अच्छी जगह हो सकती है।”
Bengaluru mysuru semiconductor hub in india: 30 – 35% काम यहां हो ही रहा हैं।
नीति आयोग के पूर्व CEO ने कहा कि भारत में वर्तमान समय में semiconductor design का लगभग 30-35% काम पहले से ही बेंगलुरु और हैदराबाद में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में दुनिया भर की कंपनियों के लिए सेमीकंडक्टर डिजाइन करने की क्षमता है।
Bengaluru mysuru semiconductor hub in india: Technology व अन्य क्षेत्रों में नयी नौकरियां आयेंगी
देश के पहले क्वांटम कंप्यूटिंग टेक पार्क के लिए प्रस्तावित स्थल के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए कांत ने कहा कि उभरती हुई प्रौद्योगिकी के लिए केंद्र स्थापित करने के लिए कर्नाटक से बेहतर कोई स्थान नहीं है। अगले 5वर्षों के दौरान वर्तमान केंद्र सरकार का मुख्य focus technology के उभरते क्षेत्रों में युवाओं को कुशल बनाने पर रहेगा। सरकार का ध्यान अब कौशल और प्रशिक्षुता पर होगा। यह केवल सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र पर ही नहीं, बल्कि उभरते क्षेत्रों में नई नौकरियाँ पैदा करने पर भी केंद्रित होगा।”
Bengaluru mysuru semiconductor hub in india: AI और Data science पर की बात
AI और Data science पर की बात करते हुये कांत ने कहा कि हमें ऐसे युवा इंजिनियरों की जरुरत हैं, जो भारतीय स्टार्टअप की नई लहर बना सकें। इसके लिए हमें कम से कम 2 मिलियन डेवलपर्स की ज़रूरत है जो AI और Data science में अच्छी पकड़ रखते हों। इसलिए, हमें इस कमी की आपूर्ति हेतु जल्द से जल्द इंजीनियरिंग कॉलेजों के पाठ्यक्रम को आज की माँगों के अनुसार पुनर्निर्देशित, पुनसंयोजित करने की ज़रूरत है।
भारत semiconductor क्षेत्र में अलग पहचान बनाने हेतु कार्यरत
- बजट 2024 में घोषित 1 लाख करोड़ रुपये के अनुसंधान एवं विकास कोष के बारे में बोलते हुए, भारत के G20 शेरपा ने कहा कि यह कोष अगले तीन से चार महीनों में चालू हो जाएगा।
- इसके लिये भारत सरकार semiconductor manufacturing के लिए 76,000 करोड़ रुपये की product -linked-inspiration (PLI) जैसी योजना चला रही हैं।
- केन्द्र सरकार द्वारा भारत में इस कार्यक्रम के, अगले चरण को प्रोत्साहित करने हेतु, startup को बढ़ावा देने और देश की productive बनाने लिए उभरती technology का लाभ उठाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।
- इसी क्रम में Tata Group में असम में 27 हजार करोड़ रुपये की लागत की semiconductor ATMP (Assambaly , Testing, Marking और packing )का combind unit स्थापित करने की घोषणा की है ।
- वेदांता समूह गुजरात के धोलेरा में एक चिप फाउंड्री भी बना रहा है।
- SaaS दिग्गज ज़ोहो ने हाल ही में तमिलनाडु में एक Commercial semiconductor manufacturing unit शुरू करने की अपनी योजना का खुलासा किया है।
- पिछले साल, अमेरिकी कंपनी Micron technology ने गुजरात के साणंद में 22 हजार करोड़ रुपये की लागत से semiconductor Testing और packing plant बनाने की बात कही थी।
एक report के अनुसार इन प्रयासों का केन्द्र बिन्दु भारत में बढ़ता semiconductor Market है,जिसके 2030 तक 150 million को पार कर जाने की उम्मीद लगायी जा रही हैं।
Jay Chavda He is the Founder and Writer of businesspulsecare.com. He is an I.T Engineer, Freelancer, Businessman. He posts Business, Stock/Share Market, Finance Related News and updates on the website. 🔗