rBI mPC fD limit in india: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा 5 जून से चल रही MPC (Monitory policy Committee ) की meeting में, EMI और repo rate ना बढ़ने के साथ ही FD (fix deposited) की limits को लेकर खबर सामने आयी हैं। Fix deposit निवेश का एक सुरक्षित विकल्प के रुप में पहचाना जाता हैं।और RBI ने Bulk Fix deposit की लिमिट अब 2करोड़ से बढ़ाकर 3 करोड़ रु.कर दी हैं। गौरतलब हैं कि Bulk fix deposit में retail deposit की तुलना में थोड़ा ज्यादा ब्याज मिल जाता हैं।
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rBI mPC fD limit in india: क्या होता हैं, Bulk fix deposit
Bulk fix deposit FD का एक प्रकार हैं, जिसमें एकमुश्त एक बड़ी राशि बैंक में जमा किया जाता हैं। हालांकि सभी बैंकों के पास अपनी जरूरतों और वित्तीय उत्तर दायित्व के आधार पर bulk deposit पर अलग -अलग ब्याज दर तय करने का अधिकार हैं।
क्या कहा RBI governor ने
इस संबंध में जानकारी देते हुये RBI के Governor शक्तिकांत दास ने 7जून को बताया कि Commercial बैकों और small बैकों के लिये 3करोड़ या उससे अधिक की रकम को अब bulk fixed deposit के रुप में परिभाषित किया गया हैं। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर स्थित बैकों के लिये भी थोक रकम जमा करने की सीमा को भी बढ़ाकर 1करोड़ रु. या उससे अधिक के रुप में भी परिभाषित करने का प्रस्ताव हैं।
rBI mPC fD limit in india: क्यों किया गया हैं यह बदलाव?
यह बदलाव बैंकिंग विनियमों को उभरते बाजार स्थितियों के अनुरूप ढालने के चल रहे प्रयासों का एक हिस्सा है।
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि इस समायोजन का उद्देश्य बैंकिंग क्षेत्र में पर्याप्त जमाओं के वर्गीकरण को सुव्यवस्थित करना है।
इस संबंध में यूको बैक के MD और CEO अश्विनी कुमार ने बताया media से बात करते हुए बताया कि जहां तक थोक जमा का सवाल है, यह सुधार है। अब केवल 3 करोड़ रुपये से कम की जमा राशि को ही खुदरा सावधि जमा के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा, और 3 करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि को थोक जमा के रूप में वर्गीकृत किया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने कहा कि इस समायोजन से जमा-उगाहने या संसाधन जुटाने के प्रयासों पर कोई महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।
rBI mPC fD limit in india: क्या कहते है, expert?
कहते हैं एक्सपर्ट BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा- 3 करोड़ रुपये और उससे अधिक की रकम को Bulk deposit के रूप में रखने का प्रस्ताव थोक जमा को चुनौतीपूर्ण बना देगा। हालांकि, छोटे जमाकर्ताओं पर प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।
AMU small finance बैंक के founder, MD और CEO संजय अग्रवाल ने कहा, “Bulk deposit सीमा को 2 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 3 करोड़ रुपये और उससे अधिक करना एक स्वागत योग्य और व्यावहारिक कदम है और इससे बैंकों को विस्तृत खुदरा जमा जुटाने के लिए अधिक गुंजाइश मिलेगी।”
निर्यात-आयात पर भी फैसला
कारोबार को सुगम बनाने के लिए RBI ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) 1999 के तहत वस्तुओं व सेवाओं के निर्यात और आयात के लिए दिशानिर्देशों को युक्तिसंगत बनाने का प्रस्ताव भी किया है। आरबीआई गवर्नर के मुताबिक इससे कारोबार सुगमता को बढ़ावा मिलेगा।
डिजिटल पेमेंट पर फैसला डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के संबंध में शक्तिकांत दास ने कहा कि इस माहौल में नेटवर्क स्तर की खुफिया जानकारी और तत्काल आधार पर आंकड़ों को साझा करने के लिए एक डिजिटल भुगतान आसूचना मंच स्थापित करने का प्रस्ताव है।
rBI mPC fD limit in india: IT infra में निवेश करें सभी बैंक
RBI के Governor शक्तिकांत दास ने बैकों के Outage यानि खामियों को दूर करने के लिये सलाह देते हुये कहा कि
अपने business growth और Volume के अनुसार IT infrastructure में प्रर्याप्त निवेश करने को कहा हैं। उन्होंने आगे कहा कि जब भी कोई technical error के कारण रुकावट आती हैं, तो समस्या NPCI और UPI में नहीं होती पर बैकों में ही समस्या आ जाती हैं, जिसके समयानुसार अलग -अलग कारण होते हैं। जिससे हम निपटने का प्रयास कर रहें है।
बता दें कि हाल में ही ICICI बैंक ने कई Outage का सामना करने के बाद IT और cyber security में investment बढ़ाने की घोषणा की हैं। इस घोषणा के साथ ही बैक में 2019 में रहें 5.6% Totel operating expenses को बढ़ाकर 2023 -24 में 9.4% कर दिया हैं ।
Jay Chavda He is the Founder and Writer of businesspulsecare.com. He is an I.T Engineer, Freelancer, Businessman. He posts Business, Stock/Share Market, Finance Related News and updates on the website. 🔗