PhonePe Ke Co-Founder Ka Istifa: भारत में E -Commerce के company Flipkart की payment Company phonePe के Board से Co -founder बिन्नी बंसल ने 22 नवंबर को इस्तीफा दे दिया हैं। Flipkart board से हटने के 10 माह बाद बंसल ने ऐसा फैसला लिया है।
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PhonePe Ke Co-Founder Ka Istifa
PhonePe Ke Co-Founder Ka Istifa: दरअस , बिन्नी बंसल ने जनवरी 2024 में अपना new venture start करने के बाद हितों के टकराव,की बात कहते हुते Flipkart छोड़ा था।
बसंल 2016 से PhonePe के board में शामिल थे। जब से Flipkart ने phonePe को खरीदा था। हालांकि बंसल के पास अभी भी phonePe का करीब 1% हिस्सा है। Bord से इस्तीफे का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया हैं। कंपनी ने एक statement में ये जानकारी दी है।दूसरी तरफ मनीष सभरवाल को Directorके तौर पर बोर्ड में शामिल किया गया है।
बिन्नी बंसल के प्रति जताया आभार – PhonePe CEO
PhonePe Ke Co-Founder Ka Istifa: Board में हुए बदलाव पर phone pe के CEO और founder समीर निगम ने कहा, ‘मैं बिन्नी बंसल का phone pe के शुरुआती और मजबूत समर्थकों में से एक होने के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं.।उनकी सक्रियता, निर्देशन और व्यक्तिगत मार्गदर्शन ने हमारे विमर्श को काफी समृद्ध बनाया है. उनकी याद आएगी। ‘
- 2022 में Flipkart & phonepe ने Complete ownership separation की घोषणा की थी, जिसके बाद दोनों कंपनी अलग -अलग एंटिटी के रूप में कार्यरत हैं।
- पिछले साल phone pe funding round राउंड में कंपनी मूल्यांकन 12 billion dollars था, जिसने लगभग 850 million dollar का शुद्ध लाभ कमाया।
मनीष सभरवाल को बनाया स्वतंत्र निर्देशक
PhonePe Ke Co-Founder Ka Istifa: Phone pe ने इस बीच team lease services के vice chairman मनीष सभरवाल को स्वतंत्र निर्देशक और अपनी audit committee का प्रमुख नियुक्त किया है। इस पद पर रहते हुते मनीष कंपनी की financial reporting, internal Control, & risk management practice पर नजर रखेंगे।
उनकी नियुक्ति पर समीर निगम ने कहा, ‘हम phone pe के board में मनीष सभरवाल का स्वागत करते हुए उत्साहित हैं। जब phone pe 2047 तक विकसित भारत के साझा लक्ष्य के लिए काम कर रहा है, तब भारत की macro economic की उनकी गहरी समझ के साथ देश की शिक्षा और रोजगार की नीतियों को आकार देने में उनका नेतृत्व हमारे लिए मूल्यवान होगा।
- मनीष सभरवाल RBI में स्वतंत्र निर्देशक के तौर पर अपनी service दे चुके हैं।
- वे controller & audit general (CAG) के advisory board में भी सदस्य रहे हैं।
- इसके साथ -साथ वे National Counselling of applied economic research (NCAER) के governing board के member भी हैं। कंपनी के management board में बदलाव ऐसे समय में किया गया है जब fintech firm पिछले साल ही सिंगापुर से भारत वापस आयी हैं।
Jay Chavda He is the Founder and Writer of businesspulsecare.com. He is an I.T Engineer, Freelancer, Businessman. He posts Business, Stock/Share Market, Finance Related News and updates on the website. 🔗